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Tuesday, October 25, 2016

सफलता की कहानी - 5



सफलता की कहानी - 5

विषम परिस्थितियों से जूझना और विजेता बन कर उनसे बाहर निकलना आसान काम नहीं है | जो ऐसा करते हैं वही  होते हैं असली हीरो | ऐसे लोग बन सकते हैं तमाम लोगों के लिये प्रेरणा स्रोत | इनको कहीं ढूंढने जाने की जरुरत नहीं होती | ये हमें हमारे आसपास ही मिल जाते हैं...हमारे दोस्त, गुरु, पड़ोसी या किसी और रूप में | यहाँ पर हम ऐसे ही लोगों की सफलताओं की कहानी रखेंगे आपके सामने |
इस सीरीज के पांचवें अंक में प्रस्तुत है कहानी एक ऐसे ही विजेता विजय अग्रवाल की | तो चलिए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी उनकी अपनी कलम से...


विजय अग्रवाल
B.Sc, JAIIB,
CAIIB

प्रेरणा स्रोत
माता जी  
हॉबी
फ़िल्में देखना, क्रिकेट देखना  
पसंदीदा व्यक्तित्व  
विजय (अमिताभ बच्चन)
मेरा नाम विजय अग्रवाल है | मेरा जन्म 1986 में हुआ | मैं एक निम्नवर्गीय परिवार से था | हम लोग कुल पांच भाई बहन थे | परिवार की हालत बहुत अच्छी नहीं थी | मेरी शिक्षा एक छोटे से निजी स्कूल में हुई | मैं पढ़ने में शुरू से ही ठीक था | हर क्लास में पहली या दूसरी रैंक पर ही रहता | मेरी इच्छा थी की बड़े होकर इंजीनयरिंग की पढ़ाई करूं | लेकिन घर की माली हालत इतनी अच्छी नहीं थी कि घर वाले इसका खर्च उठा सकते | एक निजी कॉलेज में B. Sc. में दाखिला ले लिया | यहाँ भी गरीबी आड़े आई | किताबें इतनी महंगी थी जिन्हें खरीद पाना मेरे बूते के बाहर की बात थी | मैंने उस समय खूब प्रचलन में रहीं सस्ती गाइड बुक खरीद कर पढ़ाई की | जैसे तैसे मैंने 2006 में ग्रेजुएशन पूरी कर ली |


पढ़ाई के बाद अब नौकरी की टेंशन थी | पूरा घर चाहता था कि मैं कुछ कमाने लगूं तो घर को कुछ सहारा मिले | मैं भी चाहता था की किसी तरह से हाथ में कुछ पैसे आयें | मैंने एक निजी स्कूल में मात्र पांच सौ रु प्रति महीने पर टीचर की नौकरी कर ली | बचे समय में ट्यूशन भी देने लगा | दो साल तक ऐसे ही चलता रहा | हालाँकि मैं संतुष्ट नहीं था | इतने पैसों से तो गुजरा होने वाला नहीं ही था | 2008 में मैंने एक निजी बैंक में आउटसोर्स बेसिस पर मात्र 6000 रु प्रति महीना पर नौकरी ज्वाइन की | कुछ समय तक तो सब ठीक रहा | लेकिन समय बीतने के साथ न तो मेरी तनख्वाह बढ़ी न ही पद में कोई तरक्की हुई | मैं अपने बैंक की ओर से अक्सर क्लीयरिंग में जाता था | वहां सभी बैंक वाले आते थे | वो मुझे खूब मोटीवेट करते थे | वो लोग कहते थे कि अभी मेरी उम्र ही क्या है, सरकारी नौकरी की तैयारी करूं तो भविष्य बन जायेगा | मुझे उन लोगों की बात सही लगी |

मैंने साल 2010 से सरकारी बैंक की तैयारी शुरू कर दी | मौजूदा नौकरी छोड़ने की हालत में नहीं था | सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक ऑफिस में काम करता | इसके बाद बचे समय में मैं तैयारी करता | शुरुआती डेढ़ साल में तो लिखित परीक्षा ही नही निकाल पाया | फिर जब लिखित परीक्षा में पास होना शुरू हुआ तो साक्षात्कार के बाद अंतिम चयन में 2 -4 अंकों से रह जाता | धीरे धीरे मैं घोर निराशा का शिकार होने लगा | घर वालों का दबाव भी लगातार बढ़ने लगा था | घर वालों का तो साफ़ कहना था कि एक सामान्य श्रेणी में होने के कारण हम लोगों को सरकारी नौकरी कभी नहीं मिल पायेगी |

समय तेजी से बीत रहा था और उम्र भी | एक समय तो ऐसा भी आया जब मन में आत्महत्या का ख्याल आने लगा | ज्यादा तनाव के कारण माइग्रेशन का शिकार हो गया | मुझे खुद की क्षमता व योग्यता पर संदेह होने लगा था | सब छोड़छाड़ कर बिज़नेस करने का मन बना लिया | लेकिन कहते हैं कि भगवान के घर देर हो सकती है पर अंधेर नहीं | मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती और जब मेहनत के साथ किस्मत मिल जाये तो क्या कहना | आज भी मुझे याद है मई 8, 2013 का वो दिन जब मेरे पास IBPS का ई-मेल आया | ख़ुशी से झूम उठा था मैं | एक बार तो मुझे खुद पर ही भरोसा नहीं हुआ | मेरा चयन सरकारी बैंक में हो गया था | वो दिन मेरी जिन्दगी का सबसे खूबसूरत दिन था | ख़ुशी के मारे मैं सारी रात सो नहीं पाया |

इस तरह से मैं सरकारी बैंक में क्लर्क के पद पर चयनित हुआ | इसके बाद मैंने कड़ी मेहनत से बैंक में होने वाले सर्टिफिकेट/कोर्स जैसे JAIIB, CAIIB, AML क्वालीफाई किये | इसका परिणाम भी मुझे मिला | वर्ष 2016 में मेरा चयन फ़ास्ट ट्रैक चैनल के जरिये अधिकारी(स्केल 1) पद पर हो गया |

आज मुझे पैसों की कमी नहीं है | मेरे परिवार में मेरी अच्छी खासी प्रतिष्ठा है क्योंकि मेरे पूरे परिवार में केवल एक मैं ही हूँ जो सरकारी नौकरी में है | मैं अभी तक के अपने जीवन और कैरियर से पूरी तरह संतुष्ट हूँ | मैं अपनी सफलता की इस कहानी के माध्यम से यह कहना चाहता हूँ कि हमें हमेशा आत्मविश्वास बनाये रखना चाहिये | क्योंकि सफलता की कहानी वही लिखते हैं जो कठिन वक्त में भी हौसला बनाये रखते हैं |


धन्यवाद।                                   

विजय अग्रवाल
Officer (Scale I), Allahabad Bank
B.Sc., JAIIB, CAIIB, AML
 

(यह ‘Success Story’ e-mail द्वारा प्राप्त | यदि आपके पास भी है कोई ऐसी ही Success Story तो हमें भेज दें mail id: nitendraverma@gmail.com पर)    

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